मसूरी कार्निवाल में शोभा यात्रा न निकालना कार्निवाल के वजूद पर प्रहार, स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा की निंदा
मसूरी। वरिष्ठ संस्कृति कर्मी और राज्य निर्माण आंदोलनकारी प्रदीप भण्डारी ने कहा है कि मसूरी विंटर लाइन कार्निवाल 2024 में सांस्कृतिक शोभा यात्रा बंद करना एक कुठाराघात है यह कार्निवाल पर प्रहार है जिसकी मैं घोर निन्दा करता हूं।
उन्होंने कहा कि मसूरी के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के 75 साल के इतिहास में यह पहला अवसर है जब मसूरी में कार्निवाल शोभा यात्रा नहीं निकाली जा रही है। कार्निवाल का मुख्य वजूद सांस्कृतिक शोभा यात्रा ही होती है जो न सिर्फ सम्पूर्ण मसूरी को जोड़ती है बल्कि शोभा यात्रा ही वह माध्यम है जिससे देश विदेश के पर्यटक उत्तराखण्ड एवं विभिन्न प्रान्तों की खूबसूरत संस्कृति से रु बरु होते हैं । शोभा यात्रा का आकर्षण अनोखा होता है और वृहद स्तर पर कार्निवाल का आगाज़ होता है।
मगर प्रशासन अनमने मन से कार्निवाल की औपचारिकता निभाता भर दिख रहा है। ऐसे में धीरे धीरे कार्निवाल खत्म हो जाएगा।
प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक श्री भण्डारी ने कहा कि यह मसूरी और उत्तराखण्ड का दुर्भाग्य है कि जो कार्निवाल मसूरी के नाम से होता है उस कार्निवाल की एक भी मीटिंग मसूरी में नगर के नागरिकों एवं संस्थाओं संग नहीं होती। इस बार मसूरी के तमाम वरिष्ठ कलाकारों के कार्यक्रम काट दिए गए हैं। श्री भंडारी ने स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा और शोभा यात्रा बंद करने के लिए मसूरी महोत्सव समिति की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस बाबत उन्होंने समिति के प्रभारी एस डी एम सदर को फ़ोन लगाया मगर उनका मोबाइल फोन नहीं लगा।