मसूरी में नव निर्वाचित सभासद का घोषणा पत्र नहीं, मतदाताओं को बंट रही है मिठाई, क्यों भाई?

मसूरी । दूसरी बार सभासद का चुनाव लड़ने वाले एक महाशय पिछले 5 सालों में स्वयं द्वारा किए गए कार्यों के उल्लेख का पर्चा तो अपनी वार्ड की जनता के सम्मुख प्रस्तुत नहीं कर पाये मगर बेटी के रूप में दोबारा सभासद चुने जाने पर वार्ड में मतदाताओं में मिठाई ऐसे बांट दी जैसे कि उन्होंने बार्डर पर देश के दुश्मनों का सफाया किया हो या किसी की नौकरी लगायी हो या किसी बहादुरी के लिए उन्हें राष्ट्रपति मैडल मिला हो। …. (लोक रत्न हिमालय पर शीघ्र पढ़िए : नगर पालिका मसूरी की नव निर्वाचित अध्यक्ष मीरा सकलानी के समक्ष मसूरी के विकास में चुनौतियां।)
बात हो रही है झड़ीपानी वार्ड की । जहां वार्ड महिला आरक्षित हो जाने पर पिछले बोर्ड में सभासद रहने वाले सुरेश थपलियाल ने इस बार बेटी के नाम से पोस्टरों पर अपनी फोटो लगाकर चुनाव लड़ा और चुनाव जीत गए। यहाॅ तक तो सब ठीक है । मगर चुनाव के दौरान पिछले 5 सालों में अपने द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख न कर पाने और आगे क्या विकास करेंगे इसका कोई उल्लेख पर्चा जारी न कर सकने वाले श्री थपलियाल ने कल झड़ीपानी वार्ड में घर घर जाकर लड्डू बांटे । हारे हुए प्रत्याशियों के घर पर भी लड्डू बांटे गए ।
अब इस सब को लेकर वार्ड क्षेत्र के लोगों में तरह तरह की चर्चाए हैं। अगर उनकी बेटी गौरी थपलियाल जो वार्ड सभासद चुनी गई वह लोगों के घर घर जाकर धन्यवाद करती और आगे वार्ड के विकास में सबसे साथ चलने का अनुरोध करती तो वह सराहनीय होता । मगर ऐसा न कर सिर्फ मिठाई के डब्बे लोगों को बांटना किसी स्वस्थ चुनाव या अच्छे जनप्रतिनिधि की परिभाषा तो नहीं लगती है । लोग तो यह भी कह रहे हैं कि श्री थपलियाल जब पिछली बार पहली बार चुनाव जीते तब तो उन्होंने लड्डू नहीं बांटे तो इस बार क्यों । क्या यह सिर्फ इसलिए कि हारे हुए सभासद प्रत्याशियों को जलाने और उन्हें अपमानित करने के लिए किया गया या अब श्री थपलियाल पिछले बीते हुए पांच साल में इतने सक्षम हो चुके हैं कि अब वे वार्ड में इस तरह की सामग्री बांट सकते हैं ? परन्तु इस तरह के कृत्य समाज में वैमनस्यता फैलाते हैं, जो अच्छा नहीं है । जिसका प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए ।
हो सकता है कि मसूरी के अन्य वार्डों में भी ऐसा कुचलन चल रहा हो । तो ‘लोकरत्न हिमालय’ ऐसे उन सभी विजयी जनप्रतिनिधियों को यही सलाह देगा कि एक योग्य सभासद का कार्य क्षेत्र में सार्वजनिक विकास करना व रोजगार देना होता है न कि व्यक्ति विशेष के घर का पुश्ता लगाना या मिठाई बांटना।