मसूरी पालिका अध्यक्ष पर श्रीमती मंजु भण्डारी को उतार कर कांग्रेस ने चला बड़ा दाव ।
मसूरी । श्रीमती मंजु भण्डारी को मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाकर कांग्रेस ने बड़ा दाव चला है । श्रीमती मंजु रावत भण्डारी जहाॅ एक बहुत व्हवहार कुशल महिला हैं बल्कि वे मसूरी के एक बड़े प्रतिष्ठित परिवार से हैं । उनके पति रमेश भण्डारी न सिर्फ मसूरी पालिका में तीन बार के सभासद रहे हैं बल्कि उन्होंने हरबार सैकड़ों वोट अधिक पाकर अपने प्रतिद्वंदियों को तगड़े अन्तर से हराया। हैं । श्रीमती मंजु भण्डारी के बड़े ससुर रघुनाथ सिंह भण्डारी (रमेश भण्डारी के ताऊजी) आजाद भारत की पहली नगर पालिका परिषद मसूरी के चुनाव में 1953 व 1970 में दो बार सभासद रहे । उनके बड़े ससुर (रमेश भण्डारी के दादा जी ) राय सिंह भण्डारी 1959 में मसूरी पालिका के सभासद रहे।
जबकि उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद रमेश भण्डारी 2003, 2008 तथा 2013 में लगातार तीन बार भारी बहुमत से सभासद चुने गए और बेदाग कार्यकाल पूरा किया । श्री भण्डारी 1988 से कांगे्रस के मजबूत सदस्य हैं तथा उन्होंने कांग्रेस के हर पद को संभाला है । मसूरी के सभी लोगों से भी रमेश भण्डारी का निरंतर सम्पर्क और मधुर संबंध हैं। रमेश भण्डारी का पैतृक गांव रैका पट्टी प्रतापनगर टिहरी गढ़वाल ओबीसी क्षेत्र में पड़ता हैं जहाॅ के मसूरी में करीब 4000 से अधिक वोट हैं । श्रीमती मंजू के पक्ष में सबसे बड़ी बात यह जाती है कि वे मसूरी की स्थाही निवासी हैं ।
2018 में हुए मसूरी पालिका चुनावों में कांग्रेस से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे मेघ सिंह कण्डारी को 4312 वैध मत मिले थे । इस प्रकार गत चुनावों में कांग्रेस के मतों और केवल रैका धार मण्डल प्रताप नगर के वोटों को जोड़ दिया जाय तो शुरुआत के लिए 8000 हजार से अधिक वोटों का मोटा मोटा समीकरण बनाता है । इस प्रकार से कहा जा सकता है कि कांग्रेस ने बहुत सोच समझकर मंजु भण्डारी पर दाव खेला है ।
कुलमिलाकर उधर से भाजपा ने श्रीमती मीरा कैंतुरा सकलानी को अध्यक्ष पद पर उतारा है । श्रीमती सकलानी का भी अपना एक बड़ा राजनैतिक कैरियर और सक्रियता है । ऐसे में न सिर्फ मसूरी में मुकाबला दिलचस्प बन गया है बल्कि अभी तो अध्यक्ष पद की लड़ाई भी इन्हीं दो उम्मीदवारों के मध्य सिमटी दिखायी दे रही है ।