मसूरी भाजपा में हावी है क्या गुटबाजी, अनेक नेत्री प्रचार से गायब, क्या उम्मीदवारों के लिए खड़ी करेगी मुसीबत।
मसूरी । भाजपा का पहले 4 वार्डों में उम्मीदवार खड़ा न कर पाना । और अब 2 घोषित प्रत्याशियों का अचानक पार्टी सिंबल छोड़ना क्या पार्टी के लिए चिन्ता का विषय है । क्या यह मसूरी नगर पालिका पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने पर भाजपा की महिला नेत्रियों द्वारा किए गए तल्ख विरोध का असर है । या पार्टी द्वारा घोषित अध्यक्ष पद की उम्मीदवार को पैरासूट प्रत्याशी बताते हुए उनके खिलाफ भाजपा में अब भी चल रहे अंदरूनी मतभेद का असर है कि अनेक भाजपाई नेत्री भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के चुनाव प्रचार से दूरी बनाये हुए हैं । क्यांेकि लोगों में यह चर्चा है कि मसूरी भाजपा में आज भी अंदरखाने असंतोष है जिसका उदाहरण यह है कि अनेक प्रमुख भाजपा नेत्री पालिका चुनाव में अध्यक्ष समेत अन्य उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार में नज़र नहीं आ रही हैं । पूर्व में भाजपा नेत्रियों के खुलेआम बयान रहे हैं कि वे पैरासूट कंडीडेट को सपोट नहीं करेंगे । अनेक महिला नेत्रियों का तो नाम न छापने की शर्त पर यह भी कहना है कि भाजपा अपने समर्पित कार्यकताओं की उपेक्षा कर रही है । उनका कहना है कि पार्टी ने यह कहते हुए सक्रिय सदस्य अभियान चलाया था कि जो सबसे ज्यादा सदस्य बनाएगा उसे टिकट दिया जाएगा मगर ऐसा नहीं हुआ।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान नगर पालिका चुनाव में भाजपा सिर्फ 9 वार्डों में ही पार्टी सिंबल पर प्रत्याशी उतार पायी थी । मगर कल दो प्रत्याशियों वार्ड न0 7 से अमित भट्ट और वार्ड न0 11 से रणवीर सिंह कण्डारी ने पार्टी सिंबल छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया । जिसे भाजपा के लिए अच्छा तो नहीं समझा जा सकता ।
मसूरी भाजपा में अंदरखाने खूब खींचतान होने की चचाएं हैं । सूत्र तो यह भी बताते हैं कि भाजपा में कई गुट बने हुए हैं । और वर्तमान में सारे गुट एकजुट नहीं हैं । स्थिति यही चलती रही तो भाजपा को चुनाव परिणाम में भारी भीतरघात होगा इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता । भाजपा के लिए मसूरी चुनाव इस लिए भी अग्नि परीक्षा हैं क्योंकि वर्तमान विधायक गणेश जोशी के कार्यकाल में मसूरी नगर पालिका चुनाव में भाजपा लगातार दो बार एक भी सीट नहीं जीत पायी । मात्र 2008 में ओ0पी0 उनियाल ही एक ऐसे पालिका अध्यक्ष बनें हैं जिन्होंने मसूरी पालिका में अध्यक्ष के रूप में भाजपा का खाता खोला।
उपरोक्त के बारे में नगर भाजपा अध्यक्ष राकेश रावत ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है । किसी भी तरह की गुटबाजी से इंकार किया। भाजपा में सब ठीक चल रहा है । और 10 जनवरी से भाजपा के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगते हुए नजर आएंगे ।