175 वर्ष बाद टूटा मसूरी पालिका अध्यक्ष पर पुरूष एकाधिकार, भण्डारी ने जताया हर्ष मातृशक्ति को दी बधाई
मसूरी । उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आन्दोलनकारी और लोक संस्कृति के ध्वजवाहक प्रदीप भण्डारी ने मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष पद पिछड़ी जाति महिला के आरक्षित होने पर हर्ष व्यक्त किया है । उन्होंने कहा कि अंग्रेजों द्वारा बनायी गई मसूरी व मसूरी पालिका बोर्ड से 175 वर्ष बाद पहली बार अध्यक्ष पद पर पुरूषों का एकाधिकार हटा है, जबकि यह बहुत पहले हट जाना चाहिए था। श्री भण्डारी ने कहा कि वे बहुत पहले से मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित होने के पक्षधर रहे हैं । यद्यपि कोई भी महिला चुनाव में प्रतिभाग कर पाती तो ज्यादा अच्छा होता है ।
उत्तराखण्डी फिल्म लेखक एवं निर्देशक श्री भण्डारी ने आगे कहा कि प्रदेश की प्रतिष्ठित नगर पालिका मसूरी का पद मातृशक्ति के लिए आरक्षित होने पर जहां ममतामयी अध्यक्ष होने से पहाड़ों की रानी मसूरी की निरन्तर गिरती छवि व बदहाल स्थित सुधरने की उम्मीद जगी है वहीं यह उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में मसूरी की शहीद होने वाली दो बहिनों और राज्य आन्दोलनकारियों का सम्मान भी है। मातृशक्ति से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की उम्मीद कर सकते हैं। बस मसूरी वासियों को तरह तरह के निहित स्वार्थ छोड़कर मसूरी हित में योग्य उम्मीदवार को चुनना होगा। मसूरी अच्छी होगी तो सब अच्छे रहेंगे । श्री भण्डारी ने मसूरी की समस्त मातृशक्ति को बधाई दी है ।
वहीं मसूरी में वार्डों का आरक्षण इस प्रकार प्रस्तावित किया गया है –